मुक्तक
जय हिंदी माँ की कहकर मैं अपनी जुबान खोलूंगा,
जय हिन्दु बोलकर प्रेम रस सभी के प्रान घोलूअंगा।
आज मै बोल रहा हूँ देखना कल बोलेगा जग भी,
बनेगा विश्व गुरु देश ये जय हिंदुस्तान बोलूंगा।।
–अशोक छाबडा
जय हिंदी माँ की कहकर मैं अपनी जुबान खोलूंगा,
जय हिन्दु बोलकर प्रेम रस सभी के प्रान घोलूअंगा।
आज मै बोल रहा हूँ देखना कल बोलेगा जग भी,
बनेगा विश्व गुरु देश ये जय हिंदुस्तान बोलूंगा।।
–अशोक छाबडा