मुक्तक
हटी गुलामी छूटा पीछा हुए सब भारतवासी मस्त
रहे डटे संकल्पों पर वे नही हौसला हुआ पस्त।
खदेडा अंग्रेजो को यहाँ से वह तारीख इतिहास बनी
मनाते आज भी है कहकर हम उसे पंद्रह अगस्त।।
–अशोक छाबडा
हटी गुलामी छूटा पीछा हुए सब भारतवासी मस्त
रहे डटे संकल्पों पर वे नही हौसला हुआ पस्त।
खदेडा अंग्रेजो को यहाँ से वह तारीख इतिहास बनी
मनाते आज भी है कहकर हम उसे पंद्रह अगस्त।।
–अशोक छाबडा