Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2020 · 1 min read

मुक्तक

बहुत दिनों पर मिलकर उसने यादों की परतें खोली हैं
नींद मेरी छीनी जिसने तुमरी आखें औ बोली हैं।
रही अधूरी चाहत जो थी पूरी कर लें आज अभी
गुलाल डालो तुम मुझपर मैं शरमाऊ आई होली है।।

–अशोक छाबडा

Language: Hindi
1 Like · 396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*अयोध्या*
*अयोध्या*
Dr. Priya Gupta
आप करते तो नखरे बहुत हैं
आप करते तो नखरे बहुत हैं
Dr Archana Gupta
पिता दिवस
पिता दिवस
Neeraj Agarwal
खुश रहें मुस्कुराते रहें
खुश रहें मुस्कुराते रहें
PRADYUMNA AROTHIYA
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
समा गये हो तुम रूह में मेरी
समा गये हो तुम रूह में मेरी
Pramila sultan
"योमे-जश्ने-आज़ादी" 2024
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*जानो आँखों से जरा ,किसका मुखड़ा कौन (कुंडलिया)*
*जानो आँखों से जरा ,किसका मुखड़ा कौन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शीर्षक :मैंने हर मंज़र देखा है
शीर्षक :मैंने हर मंज़र देखा है
Harminder Kaur
दोहा
दोहा
Dr.VINEETH M.C
बदलता साल
बदलता साल
डॉ. शिव लहरी
# 𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
# 𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
DrLakshman Jha Parimal
दिल का मासूम घरौंदा
दिल का मासूम घरौंदा
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
..
..
*प्रणय*
“सन्धि विच्छेद”
“सन्धि विच्छेद”
Neeraj kumar Soni
कुछ  गीत  लिखें  कविताई  करें।
कुछ गीत लिखें कविताई करें।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
पूर्वार्थ
2887.*पूर्णिका*
2887.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बस इतना ही सफ़र तय करना है तुम्हारे साथ,
बस इतना ही सफ़र तय करना है तुम्हारे साथ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
सत्य कुमार प्रेमी
विश्व पुस्तक मेला
विश्व पुस्तक मेला
Dr. Kishan tandon kranti
जलाना आग में ना ही मुझे मिट्टी में दफनाना
जलाना आग में ना ही मुझे मिट्टी में दफनाना
VINOD CHAUHAN
आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
Rekha khichi
🤣 लिख लीजिए 🤣
🤣 लिख लीजिए 🤣
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कभी न दिखावे का तुम दान करना
कभी न दिखावे का तुम दान करना
Dr fauzia Naseem shad
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
Vijay kumar Pandey
हिंदी दोहे - उस्सव
हिंदी दोहे - उस्सव
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
Manisha Manjari
पैगाम
पैगाम
Shashi kala vyas
यूं ही कुछ लिख दिया था।
यूं ही कुछ लिख दिया था।
Taj Mohammad
Loading...