मुक्तक
अश्क गमों के पी रहा हूं में,ना जाने क्यों घुटन भरी जिंदगी जी रहा हूं में
ये मेरे दोस्त कभी मेरा भरोसा मत तोड़ना केवल उसी के सहारे जी रहा हूं में
अश्क गमों के पी रहा हूं में,ना जाने क्यों घुटन भरी जिंदगी जी रहा हूं में
ये मेरे दोस्त कभी मेरा भरोसा मत तोड़ना केवल उसी के सहारे जी रहा हूं में