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15 Apr 2020 · 1 min read

मुक्तक

जहां तेरा, जहां मेरा, जहां इसका उसका
जहां – जहां जीवन का वजूद है
इश्क हर उस जगह हर हाल में मौजूद है !
~ सिद्धार्थ
बहुत देर भटकने के बाद
तुम्हें छूकर भी न छू पाना
बहुत अखरता है
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
2 Likes · 377 Views
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