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9 Apr 2020 · 1 min read

मुक्तक

कितने मरे हिसाब तुझे दे रहा हूँ
गमगीन आफताब तुझे दे रहा हूँ

जब ग्लानि से हृदय यह तेरा कराहता
पीने को तब शराब तुझे दे रहा हूँ मैं

Language: Hindi
71 Likes · 605 Views
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