मुक्तक
1.
मैं तुम्हें बहुत ढूंढती रही खुद में,
तुम तो मिल गए…
बस मैं ही कही कहीं खो गई…
~ पुर्दिल
2.
बेवफ़ा यार नहीं मेरा मेरे जानिब से
बस उम्र लगी मुझे ही बताते बताते
वो जो एक बार पलट कर देखता
उसे भी लगता जमाने जाते जाते
~ सिद्धार्थ
1.
मैं तुम्हें बहुत ढूंढती रही खुद में,
तुम तो मिल गए…
बस मैं ही कही कहीं खो गई…
~ पुर्दिल
2.
बेवफ़ा यार नहीं मेरा मेरे जानिब से
बस उम्र लगी मुझे ही बताते बताते
वो जो एक बार पलट कर देखता
उसे भी लगता जमाने जाते जाते
~ सिद्धार्थ