मुक्तक
1.
कभी जो मिलना उस से तो कहना कोई तुझ को दिल में रखता है
रोता है रातों को उठ उठ के और दिन भर हसता रहता है
~ सिद्धार्थ
2.
एक खत लिखूं क्या मैं तेरे नाम का
जिस में जिक्र हो जाना तेरे मेरे नाम का
लिख कर भूल जाऊं मैं किसी आले पर
वो खत मिले तुझको किसी सुरमई शाम को