Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2017 · 1 min read

मुक्तक

“जिन्दगी” शाम की कुछ गीत गाने दे मुझे ।
आजमाना हो गया मुस्कुराने दे मुझे ।
रात दिन डुबी हुई , मै किसी की याद मे,
इस लिए कह रही हँसकर हँसाने दे मुझे ।
_______प्रमिलाश्री

Language: Hindi
1 Like · 334 Views

You may also like these posts

श्री रामलला
श्री रामलला
Tarun Singh Pawar
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
Kuldeep mishra (KD)
बरसात
बरसात
Ashwani Kumar Jaiswal
#OMG
#OMG
*प्रणय*
मात-पिता गुरु का ऋण बड़ा, जन्मों न चुक पाए
मात-पिता गुरु का ऋण बड़ा, जन्मों न चुक पाए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
Ranjeet kumar patre
" चलो उठो सजो प्रिय"
Shakuntla Agarwal
दुख हरयो दुखभंजणी, सेवक करी सहाय।
दुख हरयो दुखभंजणी, सेवक करी सहाय।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जीवन का हिसाब
जीवन का हिसाब
Indu Singh
If you think you are too small to make a difference, try sle
If you think you are too small to make a difference, try sle
पूर्वार्थ
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
മറന്നിടാം പിണക്കവും
മറന്നിടാം പിണക്കവും
Heera S
सपने
सपने
Divya kumari
Red Hot Line
Red Hot Line
Poonam Matia
बीता कल ओझल हुआ,
बीता कल ओझल हुआ,
sushil sarna
दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है,
दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
इश्क़ कमा कर लाए थे...💐
इश्क़ कमा कर लाए थे...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
Kshma Urmila
" हम "
Dr. Kishan tandon kranti
KAMAAL HAI YE HUSN KI TAKAT
KAMAAL HAI YE HUSN KI TAKAT
Sarv Manglam Information technology
गीत सुनाता हूं मरघट के सुन पाओगे।
गीत सुनाता हूं मरघट के सुन पाओगे।
Kumar Kalhans
*तन - मन मगन मीरा जैसे मै नाचूँ*
*तन - मन मगन मीरा जैसे मै नाचूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक जरूरी खत
एक जरूरी खत
Anil Kumar Mishra
मेरी …….
मेरी …….
Sangeeta Beniwal
"मोहि मन भावै स्नेह की बोली"
राकेश चौरसिया
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
Dheerja Sharma
*लू के भभूत*
*लू के भभूत*
Santosh kumar Miri
जब तक हम अपने भीतर नहीं खोजते हम अधूरे हैं और पूर्ण नहीं बन
जब तक हम अपने भीतर नहीं खोजते हम अधूरे हैं और पूर्ण नहीं बन
Ravikesh Jha
अवकाश के दिन
अवकाश के दिन
Rambali Mishra
Loading...