मुक्तक
१.
कुपोषण के शिकार बच्चों के मन की बात
कहो तो…
मैं क्या खाऊं
माटी खाऊं,…
या हवा पीकर रह जाऊं
या अपनी मैं आप चबाऊँ
बोलो तो क्या मैं कर जाऊं
क्या खाकर मैं जी जाऊं
…सिद्धार्थ
२.
बिके हुए लोगों के जत्थे इतिहास नही लिखा करते
झूठे लोगों के शब्दों में राष्ट्र हित नही दिखा करता !
…सिद्धार्थ