मुक्तक
सब ये कहते हैं आँखों में मेरे समंदर,
होठों पे फूलों के मुस्कान की कहानी है
एक जेब है जो मेरे सीने से लिपटा है जिसमे
क़तरा-क़तरा अपनों के प्यार की रवानी है ।
…सिद्धार्थ
सब ये कहते हैं आँखों में मेरे समंदर,
होठों पे फूलों के मुस्कान की कहानी है
एक जेब है जो मेरे सीने से लिपटा है जिसमे
क़तरा-क़तरा अपनों के प्यार की रवानी है ।
…सिद्धार्थ