मुक्तक
१.
इश्क में तो हम खुद ही गिरते संभलते दरिया पार कर लेंगे
तुम कहो साथी, क्या इंकलाब में मेरा तुम सब साथ दोगे ?
जो साथ हो तुम तो अशफाक – भगत को खुद में उतार लेंगे !
…सिद्धार्थ
२.
मीता हमरो मन छल, रउआ संग मिलतऊँ एक बार
कररितऊँ संगे बईठ के गाम घरक दुख अ सुखक बात !
…सिद्धार्थ