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16 Aug 2019 · 1 min read

मुक्तक

१.
तुम तड़पो हमें हरगिज नही मंजूर

मगर तुम्हें तड़प का पता कैसे चले !

…पुर्दिल

२.
तुम्हारी यादों ने बेचैनियों के सिवा मुझे कुछ न दिया

अपने दिल को बस बर्बादी पे जश्न करते देखा है पुर्दिल !
…पुर्दिल

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 368 Views
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