मुक्तक
तुम पास नहीं हो लेक़िन तन्हा रात वही है।
चाहत है वही यादों की बरसात वही है।
हर ख़ुशी भी दूर है मेरे आशियाने से-
ख़ामोशी के पल में दर्दे-हालात वही है।
मुक्तककार- #मिथिलेश_राय
तुम पास नहीं हो लेक़िन तन्हा रात वही है।
चाहत है वही यादों की बरसात वही है।
हर ख़ुशी भी दूर है मेरे आशियाने से-
ख़ामोशी के पल में दर्दे-हालात वही है।
मुक्तककार- #मिथिलेश_राय