मुक्तक
१.
फूलों के जन्मदिन को कब उत्स्वित किया जाता है
दिल की बातें हैं शब्दों से सोपान कहां दिया जाता !
…सिद्धार्थ
***
२.
कुछ मेरे हिस्से केख़्वाबों को तुम्हारा संग-साथ देने दो
जीवन के मधुमय बेला में मन से मुझे भी साथ होने दो।
फिर कर लेना तुम अपने मन की आज मेरे मन का होजाने दो
बचपन की सच्ची यादों में तुम संग मुझको जरा खो जाना दो !
जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई मुन्नू ‘ढेर सारा प्यार के साथ’
…सिद्धार्थ
***