मुक्तक
मुक्तक
निर्धन को सहयोग दें,मिटे मान-अभिमान।
झोली भर लो प्रेम से,बढ़ जाएगी शान।।
मिल जाए संतोष धन,दें निर्धन का साथ।
जीवन उनका खिल उठे ,नभ में भरें उड़ान।।
…डॉ.पूर्णिमा राय,अमृतसर।
मुक्तक
निर्धन को सहयोग दें,मिटे मान-अभिमान।
झोली भर लो प्रेम से,बढ़ जाएगी शान।।
मिल जाए संतोष धन,दें निर्धन का साथ।
जीवन उनका खिल उठे ,नभ में भरें उड़ान।।
…डॉ.पूर्णिमा राय,अमृतसर।