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17 Apr 2019 · 1 min read

मुक्तक

शब्दों में कैसे उनके अब अंगार आ गए,
अपने रहे ना अपने क्यों दरार आ गए
मोल मिट्टी के बिके रिश्ते तब बाज़ार में,
जब दोस्तों के वेश में ही खरीदार आ गए

Language: Hindi
1 Like · 406 Views

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