मुक्तक
उन्हें लगता है उनको इश्क़ के क़ाबिल समझते हैं,
हम उनको राह जीवन की उन्हें मंजिल समझते हैं,
हमे साहिल से जो मँझदार मे लेकर के आए हैं,
समझे खुद को माहिर हम उन्हें जाहिल समझते हैं
उन्हें लगता है उनको इश्क़ के क़ाबिल समझते हैं,
हम उनको राह जीवन की उन्हें मंजिल समझते हैं,
हमे साहिल से जो मँझदार मे लेकर के आए हैं,
समझे खुद को माहिर हम उन्हें जाहिल समझते हैं