Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2019 · 1 min read

मुक्तक !

टेढ़े-मेढे रास्ते मैंने अपने वास्ते खुद ही चुन लिए
बेबसों की आवाज़ जो अचानक ही मैंने सुन लिए !
***
बीरान कमरे से कोई आवाज़ सी आती है
देखो तो, कोई रहता है वहाँ क्या ?
…सिद्धार्थ…

Language: Hindi
1 Like · 266 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"क्यों नहीं लिख रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
जनतंत्र
जनतंत्र
अखिलेश 'अखिल'
बड़े बुजुर्गों ,माता पिता का सम्मान ,
बड़े बुजुर्गों ,माता पिता का सम्मान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
3918.💐 *पूर्णिका* 💐
3918.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ये कमाल हिन्दोस्ताँ का है
ये कमाल हिन्दोस्ताँ का है
अरशद रसूल बदायूंनी
जिनके घर खुद घास फूंस के बने हो वो दूसरे के घर में माचिस नही
जिनके घर खुद घास फूंस के बने हो वो दूसरे के घर में माचिस नही
Rj Anand Prajapati
#ग़ज़ल :--
#ग़ज़ल :--
*प्रणय*
अच्छे कर्म का फल
अच्छे कर्म का फल
Surinder blackpen
सूरज जैसन तेज न कौनौ चंदा में।
सूरज जैसन तेज न कौनौ चंदा में।
सत्य कुमार प्रेमी
? ,,,,,,,,?
? ,,,,,,,,?
शेखर सिंह
*धार्मिक परीक्षा कोर्स*
*धार्मिक परीक्षा कोर्स*
Mukesh Kumar Rishi Verma
आओ स्वतंत्रता का पर्व
आओ स्वतंत्रता का पर्व
पूनम दीक्षित
*वो मेरी मांँ है*
*वो मेरी मांँ है*
Dushyant Kumar
जिंदगी की दास्तां,, ग़ज़ल
जिंदगी की दास्तां,, ग़ज़ल
Namita Gupta
सरकार का अन्यायपूर्ण रवैया बंद होना चाहिए।
सरकार का अन्यायपूर्ण रवैया बंद होना चाहिए।
Ajit Kumar "Karn"
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
Moin Ahmed Aazad
क्या कहूँ
क्या कहूँ
Ajay Mishra
"युद्ध नहीं जिनके जीवन में, वो भी बड़े अभागे होंगे या तो प्र
Urmil Suman(श्री)
*** मां की यादें ***
*** मां की यादें ***
Chunnu Lal Gupta
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कितना
कितना
Santosh Shrivastava
4) धन्य है सफर
4) धन्य है सफर
पूनम झा 'प्रथमा'
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
Sanjay ' शून्य'
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
पूर्वार्थ
दो शब्द
दो शब्द
Dr fauzia Naseem shad
सुख दुख
सुख दुख
Sûrëkhâ
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
Neelofar Khan
सफल सारथी  अश्व की,
सफल सारथी अश्व की,
sushil sarna
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
कवि दीपक बवेजा
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...