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24 Feb 2019 · 1 min read

मुक्तक

आँखों में मेरे आंसूओं का उम्र भर पहरा रहा,
ज़िन्दगी का दर्द से, रिश्ता बड़ा गहरा रहा,
दर्द की एक बाढ़ यूँ, हमको बहा कर ले गई
या तो हम चीख़े नहीं, या वक़्त ही बहरा रहा “

Language: Hindi
1 Comment · 427 Views
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