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7 Feb 2019 · 1 min read

मुक्तक

प्रेम की सारी संज्ञाएँ तुम्हारे नाम कर दूँगा ।

मैं अपने इश्क़ में तुझको छलकता जाम कर दूंगा ।

खुमारी इश्क़ की मेरे तिरे सर चढ़ के बोलेगी

महफिल-ए-इश्क़ में जाना मैं ऐसा काम कर दूंगा ।

Language: Hindi
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