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6 Feb 2019 · 1 min read

मुक्तक

“जताने की ज़रूरत क्या,नज़ारे बोल देते हैं,
हाले दिल तो आँखों के इशारे बोल देते हैं,
इस दहलीज़ पर आने से पहले ही तेरे साजन
खुशी से खिडकीयां और गलियारे बोल देते हैं “

Language: Hindi
1 Comment · 221 Views
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