मुक्तक :– बाँट लेंगे आधा-आधा हर ग़म हर तकलीफों को !!
मुक्तक :– बाँट लेंगे आधा-आधा हर ग़म हर तकलीफों को !!
अनुज तिवारी “इंदवार”
खुशियों को रोशन करेंगे जला के दिल के दीपों को !
मधुर सुहाना स्वर देंगे अपनी जीवन गीतों को !
इत्तफाक से कोई अड़चन और मुसीबत आए ,
बाट लेंगे आधा-आधा हर ग़म हर तकलीफों को !!