Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2020 · 1 min read

मुक्तक -चमकता चांद सा चहरा- मेरे ही वास्ते !!!

(१) मुक्तक
चमकता चांद सा चेहरा, नैनों में कजरा यह गहरा।
खो गया इनमें दिल मेरा, देखा जब रूप यह तेरा।
बड़ी ही खूबसूरत हो, मेरे दिल की जरूरत।
बांध कर आऊंगा एक दिन ,तेरी चौखट पर मैं सहरा।।

(२)
मेरे ही वास्ते सजना, बनाना मुझको ही सजना।
अनुपम हो बडी सुंदर , तुमसी ना दूजी कोई रचना
वादा तुम करो मुझसे, मैं भी यह वादा करता हूं।
एक दूजे के संग संग में, हमें जीवन भर है चलना।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 562 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेरोजगारी मंहगायी की बातें सब दिन मैं ही  दुहराता हूँ,  फिरभ
बेरोजगारी मंहगायी की बातें सब दिन मैं ही दुहराता हूँ, फिरभ
DrLakshman Jha Parimal
अंजानी सी गलियां
अंजानी सी गलियां
नेताम आर सी
सोना बोलो है कहाँ, बोला मुझसे चोर।
सोना बोलो है कहाँ, बोला मुझसे चोर।
आर.एस. 'प्रीतम'
लोग बंदर
लोग बंदर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"I am the Universe
Nikita Gupta
*****रामलला*****
*****रामलला*****
Kavita Chouhan
गुरूता बने महान ......!
गुरूता बने महान ......!
हरवंश हृदय
अज्ञात है हम भी अज्ञात हो तुम भी...!
अज्ञात है हम भी अज्ञात हो तुम भी...!
Aarti sirsat
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
Gouri tiwari
"कीमत"
Dr. Kishan tandon kranti
रुसल कनिया
रुसल कनिया
Bindesh kumar jha
मुख़्तसर   राब्ते   करे    सबसे ।
मुख़्तसर राब्ते करे सबसे ।
Dr fauzia Naseem shad
“मंजर”
“मंजर”
Neeraj kumar Soni
दिल ऐसी चीज़ है जो किसी पर भी ग़ालिब हो सकती है..
दिल ऐसी चीज़ है जो किसी पर भी ग़ालिब हो सकती है..
पूर्वार्थ
गौतम बुद्ध के विचार --
गौतम बुद्ध के विचार --
Seema Garg
कनि कहियौ ने श्रीमान..!
कनि कहियौ ने श्रीमान..!
मनोज कर्ण
मैं  ज़्यादा  बोलती  हूँ  तुम भड़क जाते हो !
मैं ज़्यादा बोलती हूँ तुम भड़क जाते हो !
Neelofar Khan
3577.💐 *पूर्णिका* 💐
3577.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)*
*खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
आज फ़िर कोई
आज फ़िर कोई
हिमांशु Kulshrestha
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
Lokesh Sharma
चुनाव
चुनाव
Shashi Mahajan
🥗फीका 💦 त्योहार 💥 (नाट्य रूपांतरण)
🥗फीका 💦 त्योहार 💥 (नाट्य रूपांतरण)
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
क्षितिज के पार है मंजिल
क्षितिज के पार है मंजिल
Atul "Krishn"
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
Ajit Kumar "Karn"
कहां खो गए
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
👍आज का एलान👍
👍आज का एलान👍
*प्रणय*
Dr Arun Kumar shastri ek abodh balak Arun atript
Dr Arun Kumar shastri ek abodh balak Arun atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...