Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2021 · 1 min read

“मुक्तक”– ( खेतों में हरियाली )

“मुक्तक”– ( खेतों में हरियाली )
“””””””””””””””””””””””””””””””””””

खेतों में बड़ी हरियाली है ,
सचमुच यहाॅं पे दीवाली है।
दीपों में नहीं है तेल व घी ,
यह तो फसल की ही बाली है।

_ स्वरचित एवं मौलिक ।

© अजित कुमार कर्ण ।
__ किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : १२/०६/२०२१.
“””””””””””””””””””””””””””””
????????

Language: Hindi
6 Likes · 555 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आओ पूजें वृक्ष-वट, करता पर-उपकार (कुंडलिया)*
*आओ पूजें वृक्ष-वट, करता पर-उपकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*आ गये हम दर तुम्हारे,दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे,दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नींद ( 4 of 25)
नींद ( 4 of 25)
Kshma Urmila
शीर्षक - सच (हमारी सोच)
शीर्षक - सच (हमारी सोच)
Neeraj Agarwal
*लव इज लाईफ*
*लव इज लाईफ*
Dushyant Kumar
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
shabina. Naaz
नाउम्मीदी कभी कभी
नाउम्मीदी कभी कभी
Chitra Bisht
दिल में कुण्ठित होती नारी
दिल में कुण्ठित होती नारी
Pratibha Pandey
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
Ravi Betulwala
*बस याद ही रह जाएगी*
*बस याद ही रह जाएगी*
Sunil Gupta
आज के इस स्वार्थी युग में...
आज के इस स्वार्थी युग में...
Ajit Kumar "Karn"
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सर्जिकल स्ट्राइक
सर्जिकल स्ट्राइक
लक्ष्मी सिंह
तुम आशिक़ हो,, जाओ जाकर अपना इश्क़ संभालो ..
तुम आशिक़ हो,, जाओ जाकर अपना इश्क़ संभालो ..
पूर्वार्थ
जो झूठ है वहीं सच मानना है...
जो झूठ है वहीं सच मानना है...
P S Dhami
रमेशराज का हाइकु-शतक
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
मेहनत कर तू फल होगा
मेहनत कर तू फल होगा
Anamika Tiwari 'annpurna '
कौन यहाँ पर किसकी ख़ातिर,, बैठा है,,
कौन यहाँ पर किसकी ख़ातिर,, बैठा है,,
Shweta Soni
बो
बो
*प्रणय*
मैं नहीं मधु का उपासक
मैं नहीं मधु का उपासक
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
रुतबा
रुतबा
अखिलेश 'अखिल'
उम्रें गुज़र गयी है।
उम्रें गुज़र गयी है।
Taj Mohammad
2755. *पूर्णिका*
2755. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
Ranjeet kumar patre
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
होने को अब जीवन की है शाम।
होने को अब जीवन की है शाम।
Anil Mishra Prahari
Your Ultimate Guide to Excelling in Finance Assignments
Your Ultimate Guide to Excelling in Finance Assignments
Angelika Wartina
.......शेखर सिंह
.......शेखर सिंह
शेखर सिंह
Vishva prakash mehra
Vishva prakash mehra
Vishva prakash Mehra
"ये मत भूलो"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...