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12 Jun 2021 · 1 min read

“मुक्तक”– ( खेतों में हरियाली )

“मुक्तक”– ( खेतों में हरियाली )
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खेतों में बड़ी हरियाली है ,
सचमुच यहाॅं पे दीवाली है।
दीपों में नहीं है तेल व घी ,
यह तो फसल की ही बाली है।

_ स्वरचित एवं मौलिक ।

© अजित कुमार कर्ण ।
__ किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : १२/०६/२०२१.
“””””””””””””””””””””””””””””
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Language: Hindi
6 Likes · 522 Views
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