“मुक्तक”- ( इस जीवन का हाल )
“मुक्तक”- ( इस जीवन का हाल )
?????????
इस जीवन का हाल मैं क्या कहूॅं !
बात – बात में जहर पीकर रहूॅं !
जो आज है वो कल तो नहीं है ,
फिर क्यों सदा आहें भरते रहूॅं !!
स्वरचित एवं मौलिक ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 17-06-2021.
“”””””””””””””””‘””””””””””””
????????