Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2021 · 1 min read

मुक्तक।

जला कर तुम चमन अपना न जाने क्यों रुलाते हो।
जमीं पावन हमारी है इसे दोजख बनाते हो।।
अगर इंसानियत होती हमारे साथ बतियाते।
लहू अपनों का पी कर तुम हवस अपनी मिटाते हो।।
पंकज शर्मा”तरुण”.

Language: Hindi
207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सत्यमेव जयते
सत्यमेव जयते
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
Suryakant Dwivedi
या खुदा तेरा ही करम रहे।
या खुदा तेरा ही करम रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
पहचान
पहचान
Shashi Mahajan
आत्मीयकरण-2 +रमेशराज
आत्मीयकरण-2 +रमेशराज
कवि रमेशराज
गीतिका :- हमें सताने वाले
गीतिका :- हमें सताने वाले
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जीवन में ऐश्वर्य के,
जीवन में ऐश्वर्य के,
sushil sarna
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
भोग कामना - अंतहीन एषणा
भोग कामना - अंतहीन एषणा
Atul "Krishn"
तुझसे रिश्ता
तुझसे रिश्ता
Dr fauzia Naseem shad
स्वभाव
स्वभाव
अखिलेश 'अखिल'
जज़्बात पिघलते रहे
जज़्बात पिघलते रहे
Surinder blackpen
धिक्कार है धिक्कार है ...
धिक्कार है धिक्कार है ...
आर एस आघात
रख हौसले बुलंद तेरी भी उड़ान होगी,
रख हौसले बुलंद तेरी भी उड़ान होगी,
Sunil Maheshwari
3258.*पूर्णिका*
3258.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सोचो
सोचो
Dinesh Kumar Gangwar
हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
हास्य गीत
हास्य गीत
*प्रणय प्रभात*
निंदा और निंदक,प्रशंसा और प्रशंसक से कई गुना बेहतर है क्योंक
निंदा और निंदक,प्रशंसा और प्रशंसक से कई गुना बेहतर है क्योंक
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कागज ए ज़िंदगी............एक सोच
कागज ए ज़िंदगी............एक सोच
Neeraj Agarwal
किस क़दर बेकार है
किस क़दर बेकार है
हिमांशु Kulshrestha
"सियासत में"
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
Rituraj shivem verma
आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है,
आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है,
Niharika Verma
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
SUNIL kumar
*अब न वो दर्द ,न वो दिल ही ,न वो दीवाने रहे*
*अब न वो दर्द ,न वो दिल ही ,न वो दीवाने रहे*
sudhir kumar
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
Kshma Urmila
*खुशियों की सौगात*
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सुखी होने में,
सुखी होने में,
Sangeeta Beniwal
Loading...