मुकम्मल हुआ हूं आज। आलम ए दीवानगी है साथ है हुस्न ए यार। यूं लगे जिन्दगी में मुकम्मल हुआ हूं आज।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️