Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

मील का पत्थर

“मील का पत्थर या झील का पत्थर – चुनाव आपका है”

बाल्य अवस्था का भोलापन भरता है पंखों पर यकीन के
बुद्धिचातुर्य की उड़ान, नापने आकाश, अपनी ज़मीन के

विपदाएं होती हैं नियति की राहें, कठिनाईयों का रूप लिए
ताकि फैसलों के फासले तय होसकें सरलता की धूप लिए

शंकाओं अनिश्चितताओं को मिटाने वाले कर्मयोद्धा होते हैं
समझ अस्वस्थता का मूल कारण, जो संजीवनी संजोते हैं

लक्ष्य भले ही हों पृथक हमारे हां ध्येय एक होना चाहिए
दायित्व को निष्ठा से निभाने का इरादा नेक होना चाहिए

आत्मसात पुरुषार्थ कर, जो हम स्वचरित्र का उत्थान करें
तब पनपता वह नेतृत्व है, जो सकल विश्व का निर्माण करे

~ नितिन जोधपुरी “छीण”

2 Likes · 67 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"बेताब"
Dr. Kishan tandon kranti
जो दिल में उभरती है उसे, हम कागजों में उतार देते हैं !
जो दिल में उभरती है उसे, हम कागजों में उतार देते हैं !
DrLakshman Jha Parimal
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
अब नहीं घूमता
अब नहीं घूमता
Shweta Soni
3480🌷 *पूर्णिका* 🌷
3480🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
Phool gufran
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
Aarti sirsat
तुम्हारी उपस्थिति में,
तुम्हारी उपस्थिति में,
पूर्वार्थ
एक ही दिन में पढ़ लोगे
एक ही दिन में पढ़ लोगे
हिमांशु Kulshrestha
रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व
रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व
Ravi Prakash
शादी
शादी
Adha Deshwal
Kashtu Chand tu aur mai Sitara hota ,
Kashtu Chand tu aur mai Sitara hota ,
Sampada
अब नहीं बजेगा ऐसा छठ का गीत
अब नहीं बजेगा ऐसा छठ का गीत
Keshav kishor Kumar
कितने ही गठबंधन बनाओ
कितने ही गठबंधन बनाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मतदान
मतदान
Dr Archana Gupta
कुछ खास दिलों को
कुछ खास दिलों को
shabina. Naaz
बड़े बड़े लेख लिखे जाते हैं महिला दिवस पर पुरुषों द्वारा।
बड़े बड़े लेख लिखे जाते हैं महिला दिवस पर पुरुषों द्वारा।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
Harminder Kaur
सुख और दुःख को अपने भीतर हावी होने न दें
सुख और दुःख को अपने भीतर हावी होने न दें
Sonam Puneet Dubey
आवो मिलकर बनायें हम हरियाला राजस्थान
आवो मिलकर बनायें हम हरियाला राजस्थान
gurudeenverma198
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
Sanjay ' शून्य'
कोहरा काला घना छट जाएगा।
कोहरा काला घना छट जाएगा।
Neelam Sharma
उसकी ख़ामोश आहें
उसकी ख़ामोश आहें
Dr fauzia Naseem shad
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
Manju sagar
निष्काम,निर्भाव,निष्क्रिय मौन का जो सिरजन है,
निष्काम,निर्भाव,निष्क्रिय मौन का जो सिरजन है,
ओसमणी साहू 'ओश'
भूलने दें
भूलने दें
Dr.sima
कभी किसी की किसी से खूब बनती है,
कभी किसी की किसी से खूब बनती है,
Ajit Kumar "Karn"
आज का इंसान खुद के दुख से नहीं
आज का इंसान खुद के दुख से नहीं
Ranjeet kumar patre
.
.
*प्रणय*
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...