मीठी बातें
मीठी बातें
उनकी बातें थीं
मीठी और कर्णप्रिय
बातों में था मिठास
स्वार्थवश
यह तब पता चला
जब बात आगे बढी़
अगर इतना मिठास
होता निस्वार्थ
तो गजब होता
-विनोद सिल्ला
मीठी बातें
उनकी बातें थीं
मीठी और कर्णप्रिय
बातों में था मिठास
स्वार्थवश
यह तब पता चला
जब बात आगे बढी़
अगर इतना मिठास
होता निस्वार्थ
तो गजब होता
-विनोद सिल्ला