मीठी कविता
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मीठी कविता
है बात जलेबी डूबी जो चाशनी,
नर्म दिल तो देखो जैसे हो रसमलाई—-2
लाते जो पेड़ा बर्फी
या कि गुलाब जामुन
कहते सब ही आओ
खाओ खूब भाई…..
है बात जलेबी डूबी जो चाशनी,
नर्म दिल तो देखो जैसे हो रसमलाई—-2
बच्चों की मनपसंद का
मोतीचूर लड्डू
छेने का पीस कोई
या गोंद वाले लड्डू।
दूध वाली बर्फी
या काजू कतली लाई….
है बात जलेबी डूबी जो चाशनी,
नर्म दिल तो देखो जैसे हो रसमलाई—-2
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