मिश्रित हाइकु
मन पावन
था मौसम सावन
पिया का आवन
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काजल काला
उसका रखवाला
था मनोहर
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चढ़ती धूप
चिलचिलाती गर्मी
क्या हुआ रूप
———–
अबोध बच्चा
मनमानी करता
चढ़ता क्रोध
———
सुखी बुढ़िया
या थी सुखी लकड़ी
गिने घड़ियां
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मन पावन
था मौसम सावन
पिया का आवन
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काजल काला
उसका रखवाला
था मनोहर
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चढ़ती धूप
चिलचिलाती गर्मी
क्या हुआ रूप
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अबोध बच्चा
मनमानी करता
चढ़ता क्रोध
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सुखी बुढ़िया
या थी सुखी लकड़ी
गिने घड़ियां
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