मिशन मंजिल
माना कि चिड़ियों के पंख होते हैं
पर वो चांद तक तो नहीं पहुंची
हर उड़ान को भरने के लिए
पंख होना जरूरी तो नहीं
अपनी मेहनत पर भरोसा हो
यदि आगे बढ़ने को सोचा हो
तो कौन रोक सकता है तुम्हें
जब इंसान ही चांद तक पहुंचा है
और अब सूरज पर पहुंचने की आशा है
मिशन मंगल भी तुम्हारा ही था
मिशन मंजिल भी तुम्हारा ही होना चाहिए
तो कौन रोक सकता है तुम्हें
माना की नदियों का पानी मीठा होता है
पर उसकी मिठास समुद्र के खारेपन को दूर नहीं करती