मिलोगे जब हमें प्रीतम मुलाकातें वही होगी ।
ग़ज़ल
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मिलोगे जब हमें प्रियतम मुलाकातें वही होगी।
मुहोब्बत से भरे पल में हसीं बातें वही होगी ।।
जमाने से न चाहत अब मुझे कुछ भी सुनो हमदम।
मिलन होगा जो उल्फ़त में तो सौगातें वही होगी ।।
तुम्हारे दिल के आंगन में मुझे तुलसी बना लेना।
तुम्हीं रक्षा मेरी करना कि फिर घातें वही होगी।।
जहाॅं उनके कदम होंगे वहीं दुनियां मेरी तो है ।
सुहाने दिन वही होंगे हसीं रातें वही होंगी ।।
सनम जब सामने होंगे तो “ज्योटी”लग के सीने से ।
जो नैनों से बहेगी धार बरसातें वही होंगी ।।
ज्योटी श्रीवास्तव( jyoti Arun Shrivastava)
अहसास ज्योटी 💞✍️