#मिले फ़िर भी तुम ही
मैने ख़ुद को ख़ुद मैं तलाश किया मिले फ़िर भी तुम ही
था गुमान मेरा मंज़िल भी मेरी रास्ता भी मेरा उन पर मिले फ़िर तुम हैं।
सफ़र मैं था मन कर रहा था किसी अपने से बात करने को
मेरे लफ़्ज़ों मैं मिले फ़िर भी तुम ही।
तलाश थी मुझे कोई मेरा जैसा ही मिले
खूब ढूंढा मैने लेकिन मिले फ़िर भी तुम ही।
डरता था तनहा रातों मैं तुमसे मिलने से
दिन ढलते ही मिले फ़िर भी तुम ही ।