Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2022 · 1 min read

मिली भाँग की गोली 【बाल कविता 】

मिली भाँग की गोली 【बाल कविता 】
■■■■■■■■■■■■■■■■■
टंकू-मंकू जमकर खेले
रंगों वाली होली,
एक जगह पर ठंडाई पी
मिली भाँग की गोली

जोरोँ की फिर भूख लगी तो
सौ-सौ गुँझिया खाई,
जब सोए ,अगले दिन जागे
बुरी कही ठंडाई
■■■■■■■■■■■■
रचयिता:रवि प्रकाश,बाजार सर्राफा
रामपुर(उ.प्र)
मोबाइल 9997615451

196 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

*शिवोहम्*
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
सुनीलानंद महंत
वसियत जली
वसियत जली
भरत कुमार सोलंकी
बन गई हो एक नगमा।
बन गई हो एक नगमा।
Kumar Kalhans
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
कवि दीपक बवेजा
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आँखे हमारी पढ़ ले...
आँखे हमारी पढ़ ले...
Manisha Wandhare
जब हम सोचते हैं कि हमने कुछ सार्थक किया है तो हमें खुद पर गर
जब हम सोचते हैं कि हमने कुछ सार्थक किया है तो हमें खुद पर गर
ललकार भारद्वाज
आकांक्षा की पतंग
आकांक्षा की पतंग
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज़ाद थें, आज़ाद हैं,
आज़ाद थें, आज़ाद हैं,
Ahtesham Ahmad
" हद "
Dr. Kishan tandon kranti
*हमारी बेटियां*
*हमारी बेटियां*
ABHA PANDEY
चुनाव
चुनाव
Lakhan Yadav
पढ़-लिखकर जो बड़ा बन जाते हैं,
पढ़-लिखकर जो बड़ा बन जाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
बदला मौसम मान
बदला मौसम मान
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
2643.पूर्णिका
2643.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
Arghyadeep Chakraborty
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
देवियाँ
देवियाँ
Shikha Mishra
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
surenderpal vaidya
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
डी. के. निवातिया
बुद्ध होने का अर्थ
बुद्ध होने का अर्थ
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
sp 104 मन की कलम
sp 104 मन की कलम
Manoj Shrivastava
पुरूष भी दर्द से बिलखता है।
पुरूष भी दर्द से बिलखता है।
Rekha khichi
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
"तुम्हारी यादें"
Lohit Tamta
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
Dr Manju Saini
स्मृति ओहिना हियमे-- विद्यानन्द सिंह
स्मृति ओहिना हियमे-- विद्यानन्द सिंह
श्रीहर्ष आचार्य
रोटी
रोटी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...