मिला है मुझे जबसे माँ का सहारा
गीत
मिला है मुझे जब से माँ का सहारा।
वो आयीं है जब मैंने मन से पुकारा ।।
माँ ने दिया मुझको किस्मत से बढ़के।
करूंगी मैं क्या और दुनिया से लड़के ।
मुझे मिल गया आज ऐसा इशारा ।।
वो आयीं है जब ——
ना कोई शिकायत न कोई गुजारिश ।
ये माँ जानती हैं,कि क्या मेरी ख्वाहिश
हर पल मेरा खूबसूरत संवारा ।।
वो आयीं है जब ——-–
जो खुद में ही उतरे और ध्यान लगाया ।
अंतरात्मा से जब ज्ञान पाया ।
दुनिया से खुद हो गया है किनारा ।।
वो आयीं है जब———
श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव साईंखेड़ा