मिला हमें माँ सा नज़राना
मिला हमें माँ सा नज़राना
भाता आँचल में छिप जाना
बहुत प्यार से सुबह जगाती
फेर हाथ सिर पर दुलराती
जल्दी सोकर जल्दी उठना
नहीं छोड़ती माँ सिखलाना
मिला हमें माँ सा नज़राना
बच्चों की चिंता में रहती
अपना दर्द कभी ना कहती
आगे पीछे डोला करती
माँ बच्चों के लेकर खाना
मिला हमें माँ सा नज़राना
स्वर्ग बसा माँ के चरणों में
है ताकत माँ के वचनों में
नहीं ‘अर्चना’ माँ सा कोई
माँ ममता से भरा खज़ाना
मिला हमें माँ सा नज़राना
05-12-2022
डॉ अर्चना गुप्ता