मिलन
तुम मिलने आओगी और
मिलकर फिर चली जाओगी
और फिर मिलने की चाहत
जगा जाओगी
और हम फिर राह ताकते रहेंगें कि
तुम फिर मिलने आओगी
शिव प्रताप लोधी
तुम मिलने आओगी और
मिलकर फिर चली जाओगी
और फिर मिलने की चाहत
जगा जाओगी
और हम फिर राह ताकते रहेंगें कि
तुम फिर मिलने आओगी
शिव प्रताप लोधी