मिलन ये दो दिलों का है
(भाग – 2)
शहर की एक मैं छोरी,कि तुम हो गाँव का छोरा।
भले है रंग काला ही, मगर है दिल तेरा गोरा।
न जाओ रूप पर यारा, नज़र में प्यार को देखो-
मिलन ये दो दिलों का है, महज वादा नहीं कोरा।
(भाग – 2)
शहर की एक मैं छोरी,कि तुम हो गाँव का छोरा।
भले है रंग काला ही, मगर है दिल तेरा गोरा।
न जाओ रूप पर यारा, नज़र में प्यार को देखो-
मिलन ये दो दिलों का है, महज वादा नहीं कोरा।