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9 Oct 2024 · 1 min read

मिथ्याक भंवर मे फँसि -फँसि केँ

मिथ्याक भंवर मे फँसि -फँसि केँ
मित्रता केँ न आहाँ अपमान करू
सम्मान ,प्रेम ,सत्कार ,सिनेह क
अमृतधार सँ अपना केँ स्नान करू
@ परिमल

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