मित्रों का साथ
जब मित्र हो संग।
खिल जाते नवरंग।।
प्रसन्न हो जाता मन।
पतझड़ लगे सावन।।
हर पल बने सुहाना।
मौसम होता मस्ताना।।
जब मिल जाते है यार।
खास हो जाता त्यौहार।।
खूब मजाक मस्ती होती।
मन को बहुत लुभाती।।
पल बन जाते यादगार।
खुशियाँ मिलती अपार।।
थोड़ा समय यारों के लिए।
चुरा ले मस्ती के लिए।।
—- जेपीएल