मित्रता
मित्रता खास
करते हैं विश्वास
दूर या पास।
है अनमोल
नही करें बेमोल
न कभी तौल।
दुख सुख में
रहते सदा साथ
हो ये विश्वास।
मित्र औषधि
मित्र ही बने गुरु
मित्र हितैषी।
रूह से जुड़े
हर रिश्तों से परे
साँसों के साथ।
खुद बनाते
नही जन्म से पाते
हैं मित्र सभी।
विचार जुदा
फिर भी संग जुड़े
मित्र हमारे।
संकट साथी
दीया संग हो बाती
प्रकाश करें।