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2 Aug 2020 · 1 min read

“मित्रता दिवस”

“मित्रता दिवस”, दे रहा,
मधुर सँदेसा आज।
हो अप्रतिम उल्लास का
नित्य नया आगाज़।।

चर्चा-परिचर्चा बढ़े,
विषयों की भरमार।
किन्तु कभी भी ना बढ़े,
द्वेष, दम्भ, तकरार।।

क्षमा और सुविचार का,
बढ़े नित्य आकार।
घृणा, विभ्रम और झूठ का,
हो निश्चित प्रतिकार।।

सब मित्रों के भाव का,
हो आदर, सम्मान।
ठेस नहीं पहुंचे कभी,
किँचित ना अभिमान।।

उर मेँ है सँताप यदि,
करें खुला सँवाद।
कभी मित्र की भी सुनें,
करें नहीं प्रतिवाद।।

यदि कुछ भी अच्छा लगे,
रखें न मन उद्गार।
ख़ूब सराहें मित्र को
व्यक्त करें आभार।।

लेशमात्र पनपे नहीं,
वैमनस्य का भाव।
“आशा” और विश्वास का,
हो स्नेहिल सद्भाव..!

रचयिता-

Dr.asha kumar rastogi
M.D.(Medicine),DTCD
Ex.Senior Consultant Physician,district hospital, Moradabad.
Presently working as Consultant Physician and Cardiologist,sri Dwarika hospital,near sbi Muhamdi,dist Lakhimpur kheri U.P. 262804 M.9415559964

Language: Hindi
14 Likes · 20 Comments · 690 Views
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