Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Nov 2021 · 2 min read

” मित्रता की चादर “

डॉ लक्ष्मण झा “परिमल”
==============
बात हमें यह कथमपि नहीं सोचना चाहिए कि मित्रता की परिभाषा ही बदल गयी है ! हाँ ,इसका स्वरुप कुछ बदला -बदला सा नजर आने लगा है ! हम मित्रता पहले सीमित दायरों में करते थे ! समतुल्य व्याक्रिओं के डोर से बंधने लगते थे ! पर आज नवीन यंत्रों के माध्यम से हमारी मित्रता सीमित परिसीमाओं में न रहकर सारे विश्व को अपनी बांहों में समेट उसका मधुर आलिंगन कर रही है ! विश्व के तमाम व्यक्ति हमसे छोटे हों ,बड़े हो ,लेखक ,कलाकार ,कवि ,राजनीतिज्ञ ,धर्म गुरु ,संगीतज्ञ इत्यादि नक्षत्र के तारे बन गए ! आकाश में सब एक साथ चमकते हैं ! इसके अतिरिक्त यह कहना उचित होगा कि मित्रता की कसौटी का स्वरुप प्रायः -प्रायः नहीं बदल सका ! हम अभी भी सामान विचार धारा वाली मानसिकता को अपने मित्र सूची में रखना चाहते हैं ! आपसी ताल मेल .सहयोग की भावना ,आदर सम्मान इत्यादि मित्रता की शाखाएं हैं जो हमें बदलते ऋतुओं में मधुर फल देते हैं ! हमें मित्रता में समर्पण की भावना को बल देना चाहिए ! किसे नहीं यह चाहत होती है कि हमारी लेखनी , कविता , ब्लॉग , प्रतिक्रिया का यश ,सम्मान और प्रसंशा हो ! साथ ही साथहमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारी गलतिओं को इंगित करने वाले हमारे मित्र ही तो हो सकते हैं ! हम अपने मित्रों को अपना गुरु मानते हैं !…………… पर किसी अन्यों के पोस्टों को किसी मित्रों के टाइम लाइन में टैग करना दृष्टता मानी जाएगी ! या हम बिना अनुमति लिए उन्हें किसी खूंटे से बांधना चाहा तो यह मित्रता शायद चनक न जाय ! हमें अपने मित्रों के प्रयासों को भली भांति देखना और परखना है ! आप भी अपनी कृतिओं को बेहिचक भेंजे……. स्वागत है ….मित्र बनाया है …हम आलिंगन करना जानते हैं !
=============
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका ,झारखंड
भारत
27 . 11. 2021.

Language: Hindi
Tag: लेख
239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
Taj Mohammad
जब प्रेम की अनुभूति होने लगे तब आप समझ जाना की आप सफलता के त
जब प्रेम की अनुभूति होने लगे तब आप समझ जाना की आप सफलता के त
Ravikesh Jha
कैसे?
कैसे?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
Shyam Sundar Subramanian
तमन्ना है बस तुझको देखूॅं
तमन्ना है बस तुझको देखूॅं
Monika Arora
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
Rj Anand Prajapati
नहीं है प्रेम जीवन में
नहीं है प्रेम जीवन में
आनंद प्रवीण
खैर जाने दो छोड़ो ज़िक्र मौहब्बत का,
खैर जाने दो छोड़ो ज़िक्र मौहब्बत का,
शेखर सिंह
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
Ranjeet kumar patre
प्यासा के हुनर
प्यासा के हुनर
Vijay kumar Pandey
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
Buddha Prakash
শিবের গান
শিবের গান
Arghyadeep Chakraborty
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सफल हस्ती
सफल हस्ती
Praveen Sain
2848.*पूर्णिका*
2848.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
निगाहें प्यार की ऊंची हैं सब दुवाओं से,
TAMANNA BILASPURI
🙅नया फ़ार्मूला🙅
🙅नया फ़ार्मूला🙅
*प्रणय*
Success Story-1
Success Story-1
Piyush Goel
We are sky birds
We are sky birds
VINOD CHAUHAN
मित्र दिवस पर आपको, सादर मेरा प्रणाम 🙏
मित्र दिवस पर आपको, सादर मेरा प्रणाम 🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"ये ग़ज़ल"
Dr. Kishan tandon kranti
"जो इंसान कहलाने लायक नहीं,
पूर्वार्थ
किरणों की मन्नतें ‘
किरणों की मन्नतें ‘
Kshma Urmila
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वो जो मुझसे यूं रूठ गई है,
वो जो मुझसे यूं रूठ गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं अगर आग में चूल्हे की यूँ जल सकती हूँ
मैं अगर आग में चूल्हे की यूँ जल सकती हूँ
Shweta Soni
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
काश तुम ये जान पाते...
काश तुम ये जान पाते...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*मधुमास में मृदु हास ही से, सब सुवासित जग करें (गीत)*
*मधुमास में मृदु हास ही से, सब सुवासित जग करें (गीत)*
Ravi Prakash
Loading...