“मित्रताक स्वागत”
“मित्रताक स्वागत”
सजऔने छी जे थारी में सतरंगी फुल सब देखू !
करब यशगान हम मिलकेँ हमर अछि भाग्य इ देखू!!
बनल छी मित्र आहाँ त करैत छी हम सदा स्वागत
करू अनुराग हमरा सँ नऽ कोनो मोल से लागत !!
@डॉ लक्ष्मण झा परिमल
“मित्रताक स्वागत”
सजऔने छी जे थारी में सतरंगी फुल सब देखू !
करब यशगान हम मिलकेँ हमर अछि भाग्य इ देखू!!
बनल छी मित्र आहाँ त करैत छी हम सदा स्वागत
करू अनुराग हमरा सँ नऽ कोनो मोल से लागत !!
@डॉ लक्ष्मण झा परिमल