Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2024 · 1 min read

*मितव्ययी व्यक्ति सुख में रहता, साधारण जीवन जीता है (राधेश्य

मितव्ययी व्यक्ति सुख में रहता, साधारण जीवन जीता है (राधेश्यामी छंद )
________________________
मितव्ययी व्यक्ति सुख में रहता, साधारण जीवन जीता है
वह इच्छाओं से रहित सदा, हरिनाम सुधा-रस पीता है
फिर तड़क-भड़क आकृष्ट नहीं, किंचित भी करने पाती है
बसती उसमें मुस्कान मधुर, चिंता कुछ नहीं सताती है

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
*धूम मची है दुनिया-भर में, जन्मभूमि श्री राम की (गीत)*
*धूम मची है दुनिया-भर में, जन्मभूमि श्री राम की (गीत)*
Ravi Prakash
उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे,
उस रात रंगीन सितारों ने घेर लिया था मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
7. तेरी याद
7. तेरी याद
Rajeev Dutta
"विदूषक"
Dr. Kishan tandon kranti
शायरी
शायरी
डॉ मनीष सिंह राजवंशी
दुरीयों के बावजूद...
दुरीयों के बावजूद...
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
🙅मूर्ख मीडिया की देन🙅
🙅मूर्ख मीडिया की देन🙅
*प्रणय प्रभात*
हसीनाओं से कभी भूलकर भी दिल मत लगाना
हसीनाओं से कभी भूलकर भी दिल मत लगाना
gurudeenverma198
“ऐसी दोस्ती”
“ऐसी दोस्ती”
DrLakshman Jha Parimal
Environment
Environment
Neelam Sharma
Humans and Animals - When When and When? - Desert fellow Rakesh Yadav
Humans and Animals - When When and When? - Desert fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
3283.*पूर्णिका*
3283.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
!! युवा मन !!
!! युवा मन !!
Akash Yadav
पुस्तक समीक्षा -रंगों की खुशबू डॉ.बनवारी लाल अग्रवाल
पुस्तक समीक्षा -रंगों की खुशबू डॉ.बनवारी लाल अग्रवाल
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
Anup kanheri
मीना
मीना
Shweta Soni
ग्रामीण ओलंपिक खेल
ग्रामीण ओलंपिक खेल
Shankar N aanjna
साथ चली किसके भला,
साथ चली किसके भला,
sushil sarna
*होय जो सबका मंगल*
*होय जो सबका मंगल*
Poonam Matia
छत्तीसगढ़ी हाइकु
छत्तीसगढ़ी हाइकु
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ज़िंदगी हो
ज़िंदगी हो
Dr fauzia Naseem shad
अनुभूति
अनुभूति
Punam Pande
चाय और सिगरेट
चाय और सिगरेट
आकाश महेशपुरी
जाति आज भी जिंदा है...
जाति आज भी जिंदा है...
आर एस आघात
Pollution & Mental Health
Pollution & Mental Health
Tushar Jagawat
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
बिना शर्त खुशी
बिना शर्त खुशी
Rohit yadav
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
पूर्वार्थ
खुदा ने इंसान बनाया
खुदा ने इंसान बनाया
shabina. Naaz
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
Shubham Pandey (S P)
Loading...