मिट्टी का खिलौना न जाने कब टूट जायेगा,
मिट्टी का खिलौना न जाने कब टूट जायेगा,
साथी ,संगी धन ,दौलत सब यहीं छूट जाएगा,
क्षणभंगुर सुंदरता का गर्व न करना कभी,
सत्कर्म ही साथ जाएगा सत्कर्म करना सभी
मिट्टी का खिलौना न जाने कब टूट जायेगा,
साथी ,संगी धन ,दौलत सब यहीं छूट जाएगा,
क्षणभंगुर सुंदरता का गर्व न करना कभी,
सत्कर्म ही साथ जाएगा सत्कर्म करना सभी