मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
मकबरे तो देखो शाही का फ़कीर का।
मरने बाद बैठी है मुमताज ताज में,
सौ ईंट में बस बन गया चौरा कबीर का।।
……will continue tomorrow
Good night 🌉🌃🌃🌃🌃🌃🌃🌃🌃🌃
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
मकबरे तो देखो शाही का फ़कीर का।
मरने बाद बैठी है मुमताज ताज में,
सौ ईंट में बस बन गया चौरा कबीर का।।
……will continue tomorrow
Good night 🌉🌃🌃🌃🌃🌃🌃🌃🌃🌃