Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2022 · 1 min read

माहौल

घेर कर बैठे हैं उनको शहर के तमाम लोग
आग और राख की बात कर धुंआ फैलाते हैं,
धुंऐ में धुंधला जाते हैं, शहर के तमाम लोग
तुम खतरे में हो, ये कहते हैं कुछ खतरनाक लोग
वही समझदार हैं, ये समझते हैं, शहर के तमाम लोग

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 319 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ऐ भाई - दीपक नीलपदम्
ऐ भाई - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
अब थोड़ा हिसाब चेंज है,अब इमोशनल साइड  वाला कोई हिसाब नही है
अब थोड़ा हिसाब चेंज है,अब इमोशनल साइड वाला कोई हिसाब नही है
पूर्वार्थ
सकारात्मकता
सकारात्मकता
Sangeeta Beniwal
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet kumar Shukla
काँटों ने हौले से चुभती बात कही
काँटों ने हौले से चुभती बात कही
Atul "Krishn"
मैं भारत हूँ
मैं भारत हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
Manisha Manjari
24/250. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/250. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*अगवा कर लिया है सूरज को बादलों ने...,*
*अगवा कर लिया है सूरज को बादलों ने...,*
AVINASH (Avi...) MEHRA
कलाकारी में भी यूं चार चांद लगाते हैं,
कलाकारी में भी यूं चार चांद लगाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*सुनते हैं नेता-अफसर, अब साँठगाँठ से खाते हैं 【हिंदी गजल/गीत
*सुनते हैं नेता-अफसर, अब साँठगाँठ से खाते हैं 【हिंदी गजल/गीत
Ravi Prakash
पनघट और पगडंडी
पनघट और पगडंडी
Punam Pande
तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन पर उठता है ।
तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन पर उठता है ।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
_सुलेखा.
विधाता छंद
विधाता छंद
डॉ.सीमा अग्रवाल
सारी तल्ख़ियां गर हम ही से हों तो, बात  ही क्या है,
सारी तल्ख़ियां गर हम ही से हों तो, बात ही क्या है,
Shreedhar
Me and My Yoga Mat!
Me and My Yoga Mat!
R. H. SRIDEVI
कह रहे हैं मैं बुरी हूँ लेकिन
कह रहे हैं मैं बुरी हूँ लेकिन
Shweta Soni
पश्चिम का सूरज
पश्चिम का सूरज
डॉ० रोहित कौशिक
#सनातन_सत्य
#सनातन_सत्य
*प्रणय प्रभात*
यक्षिणी / MUSAFIR BAITHA
यक्षिणी / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
इस क्षितिज से उस क्षितिज तक देखने का शौक था,
इस क्षितिज से उस क्षितिज तक देखने का शौक था,
Smriti Singh
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
Rj Anand Prajapati
"बहुत दिनों से"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरी महबूबा बनना है मुझे
तेरी महबूबा बनना है मुझे
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तेरा बना दिया है मुझे
तेरा बना दिया है मुझे
gurudeenverma198
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...