माहौल
घेर कर बैठे हैं उनको शहर के तमाम लोग
आग और राख की बात कर धुंआ फैलाते हैं,
धुंऐ में धुंधला जाते हैं, शहर के तमाम लोग
तुम खतरे में हो, ये कहते हैं कुछ खतरनाक लोग
वही समझदार हैं, ये समझते हैं, शहर के तमाम लोग
घेर कर बैठे हैं उनको शहर के तमाम लोग
आग और राख की बात कर धुंआ फैलाते हैं,
धुंऐ में धुंधला जाते हैं, शहर के तमाम लोग
तुम खतरे में हो, ये कहते हैं कुछ खतरनाक लोग
वही समझदार हैं, ये समझते हैं, शहर के तमाम लोग